![]() |
🇮🇳 भारत की असली कहानी – ग़ौरी सल्तनत से नरेंद्र मोदी तक
🏰 भारत का ऐतिहासिक सफ़र
ग़ौरी सल्तनत (1193–1290)
-
मोहम्मद ग़ौरी (1193)
-
क़ुतुबुद्दीन ऐबक (1206)
-
रज़िया सुल्ताना (1236)
-
ग़यासुद्दीन बलबन (1266)
👉 लगभग 97 साल का शासन
खिलजी सल्तनत (1290–1320)
-
जलालुद्दीन फ़िरोज़ खिलजी (1290)
-
अलाउद्दीन खिलजी (1292)
👉 लगभग 30 साल का शासन
तुग़लक़ सल्तनत (1320–1413)
-
मोहम्मद बिन तुग़लक़ (1325)
-
फ़िरोज़ शाह तुग़लक़ (1351)
👉 लगभग 94 साल का शासन
सैयद सल्तनत (1414–1451)
👉 लगभग 37 साल का शासन
लोधी सल्तनत (1451–1526)
-
बहलूल लोधी
-
सिकंदर लोधी
-
इब्राहीम लोधी
👉 लगभग 75 साल का शासन
मुग़ल सल्तनत (1526–1857)
-
बाबर, हुमायूँ, अकबर, जहांगीर, शाहजहाँ, औरंगज़ेब
-
बहादुर शाह ज़फ़र (1837–1857)
👉 लगभग 315 साल का शासन
ब्रिटिश राज (1858–1947)
-
लॉर्ड कैन से लेकर लॉर्ड माउंटबेटन तक
👉 लगभग 89 साल का शासन
🇮🇳 आज़ाद भारत (1947 से अब तक)
-
प्रधानमंत्री: जवाहरलाल नेहरू → नरेंद्र मोदी तक
🔥 निष्कर्ष
-
मुस्लिम शासन लगभग 1000 साल रहा, फिर भी हिंदू धर्म जीवित रहा।
-
लेकिन आज़ादी के 100 साल भी पूरे नहीं हुए और हिंदुओं को मुसलमानों के खिलाफ भड़काया जा रहा है।
डॉ. भीमराव आंबेडकर की चेतावनी:
👉 "जो लोग अपना इतिहास नहीं जानते, वे अपना भविष्य नहीं बना सकते।"
👉 "अगर किसी क़ौम को मिटाना हो तो उसकी इतिहास मिटा दो।"
💰 28 भारतीय बिज़नेसमैन जिन्होंने बैंकों को लूटा
-
कुल रकम: ₹10 ट्रिलियन (दस लाख करोड़ रुपये)
-
इनमें कोई भी पाकिस्तानी, मुसलमान, आतंकवादी या नक्सलवादी नहीं है।
-
ज्यादातर का संबंध गुजरात से है।
👉 नाम: विजय माल्या, नीरव मोदी, मेहुल चोकसी, ललित मोदी, जितेन मेहता, रितेश जैन, हितेश पटेल … (कुल 28 नाम)
👨👩👦 नरेंद्र मोदी परिवार की हकीकत
-
सोमा भाई मोदी – रिटायर्ड हेल्थ अफ़सर
-
अमृत भाई मोदी – रियल एस्टेट कारोबारी
-
प्रह्लाद मोदी – राशन दुकान से ऑटो शोरूम मालिक
-
पंकज मोदी – भर्ती प्रक्रिया में उपाध्यक्ष
-
भोतीलाल मोदी – रिलायंस मॉल्स के मालिक
-
अरविंद मोदी – कंस्ट्रक्शन सप्लायर
-
भरत मोदी – पेट्रोल पंप मालिक
-
अशोक मोदी – किराना व पतंग स्टोर मालिक
-
चंद्रकांत मोदी – डेयरी मालिक
-
रमेश मोदी – शिक्षण संस्थानों के मालिक
-
भागरू मोदी – कॉलेज पार्टनर
-
बिपिन मोदी – पब्लिशिंग व्यवसायी
📌 1 से 4 = नरेंद्र मोदी के सगे भाई
📌 5 से 9 = चचेरे भाई
📌 10 से 12 = करीबी रिश्तेदार
📢 अंतिम संदेश
👉 इस जानकारी को छात्रों तक ज़रूर पहुँचाएँ।
👉 इतिहास को जानना ज़रूरी है, वरना आने वाली पीढ़ियाँ सच्चाई भूल जाएँगी।