🇮🇳 भारत में सेक्स वर्क कानूनी है या नहीं?
कानून, समाज और सच की पूरी कहानी
Prostitution in India
क्या आपने कभी सोचा है कि भारत में सेक्स वर्क (Sex Work) या वेश्यावृत्ति करना अपराध है या नहीं?
अगर कोई महिला या पुरुष अपनी मर्ज़ी से किसी के साथ संबंध बनाता है और इसके बदले कुछ पैसे लेता या देती है,
तो क्या यह कानून के खिलाफ है?
यह सवाल सिर्फ कानून से नहीं, बल्कि समाज, नैतिकता और मानवाधिकारों से भी जुड़ा हुआ है।
आइए, इसे आसान भाषा में समझते हैं 👇
⚖️ सुप्रीम कोर्ट का फैसला – “सहमति से किया गया सेक्स वर्क अपराध नहीं
भारत के सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक महत्वपूर्ण फैसले में कहा है कि –
“अगर दो वयस्क अपनी सहमति से आपसी संबंध बनाते हैं,
तो पुलिस को उसमें दखल देने का अधिकार नहीं है।”
इस फैसले का मतलब यह है कि अगर कोई व्यक्ति अपनी इच्छा से यह काम करता है,
और किसी को जबरदस्ती नहीं की जाती,
तो कानून इसे अपराध नहीं मानता।
लेकिन फिर भी कई बार हम देखते हैं कि पुलिस होटल या स्पा में छापा मारती है।
आखिर ऐसा क्यों होता है? आइए जानते हैं।
🚨 पुलिस छापा क्यों मारती है?
पुलिस तब कार्रवाई करती है जब उसे शक होता है कि
किसी जगह पर जबरदस्ती महिलाओं को इस काम में धकेला जा रहा है,
या दल्ले (दलाल) इस काम से पैसा कमा रहे हैं।
यह सब रोकने के लिए एक कानून है –
“Immoral Traffic (Prevention) Act, 1956”,
जिसे ITP Act कहा जाता है।
इस कानून के तहत अगर कोई व्यक्ति या संस्था
किसी महिला को धोखे, लालच या जबरदस्ती सेक्स वर्क करने को मजबूर करती है,
तो यह गंभीर अपराध है।
ऐसे में पुलिस को छापा मारने और लोगों को गिरफ्तार करने का अधिकार होता है।
👩⚖️ सेक्स वर्कर और ग्राहक (Customer) – कौन अपराधी है?
अगर कोई महिला या पुरुष अपनी मर्ज़ी से किसी के साथ निजी जगह पर संबंध बनाता है,
तो वह अपराध नहीं है।
लेकिन अगर कोई सड़क, पार्क या सार्वजनिक जगह पर
किसी से ऐसा प्रस्ताव करता है,
तो यह कानून के अनुसार गलत है।
ITP Act की धारा 7 के अनुसार,
अगर कोई व्यक्ति सार्वजनिक जगह पर इस तरह का काम करता है,
तो उसे तीन महीने तक की जेल हो सकती है।
यानि कि –
🔹 घर या होटल में सहमति से किया गया सेक्स वर्क → कानूनी
🔹 सड़क या खुले स्थान पर ऑफर देना → ग़ैरकानूनी
⚖️ हाल का मामला – केरल हाई कोर्ट 2025
केरल हाई कोर्ट ने 2025 में एक केस में कहा:
“सेक्स वर्कर कोई वस्तु नहीं है।
और जो व्यक्ति जबरदस्ती या लालच देकर उसे इस्तेमाल करता है,
वह भी अपराधी है।”
इस फैसले के बाद यह साफ हो गया कि
अगर किसी केस में दलाली या शोषण (Exploitation) पाया गया,
तो सिर्फ दलाल ही नहीं बल्कि ग्राहक (Customer) को भी
3 से 7 साल तक की सज़ा हो सकती है।
📚 भारत में सेक्स वर्क की कानूनी स्थिति
| विषय | स्थिति |
|---|---|
| सहमति से किया गया सेक्स वर्क | ❌ अपराध नहीं |
| सार्वजनिक जगह पर ऑफर देना | ⚠️ अपराध |
| दलाली या मानव तस्करी | 🚫 गंभीर अपराध |
| नाबालिग का शामिल होना | 🚫 सख्त सजा (14 साल तक जेल) |
| कोठा या ब्रॉथल चलाना | 🚫 अपराध (ITP Act की धारा 5) |
🌍 दूसरे देशों में क्या स्थिति है?
-
जर्मनी, नीदरलैंड, न्यूजीलैंड जैसे देशों में
सेक्स वर्क पूरी तरह कानूनी और सरकार द्वारा नियंत्रित (Regulated) है।
वहाँ सेक्स वर्कर्स को टैक्स, हेल्थ कार्ड और सुरक्षा अधिकार दिए जाते हैं। -
सऊदी अरब और अन्य खाड़ी देशों में
इस पर पूरी तरह प्रतिबंध है और सख्त सज़ा दी जाती है। -
भारत का रुख बीच का है –
सहमति से किया गया काम तो ठीक है,
लेकिन दलाली, मजबूरी या सार्वजनिक फहाशी अपराध है।
👩🦰 सेक्स वर्कर के अधिकार क्या हैं?
सुप्रीम कोर्ट ने 2022 में कहा था –
“सेक्स वर्क भी एक पेशा है।
और इस पेशे में काम करने वाले लोगों को भी
सम्मान और सुरक्षा का अधिकार है।”
इसलिए कोर्ट ने पुलिस को आदेश दिया कि:
- सेक्स वर्कर को तंग न किया जाए।
- उनकी पहचान या फोटो मीडिया में न दिखाई जाए।
- अगर उनके साथ हिंसा या अन्याय हो,
तो उन्हें तुरंत कानूनी मदद दी जाए।
💡 समाज की सोच और असली ज़रूरत
भारत में कई लोग सेक्स वर्क को शर्म या पाप की नजर से देखते हैं।
लेकिन असलियत यह है कि बहुत-सी महिलाएं गरीबी, मजबूरी या समाज के दबाव में यह काम करती हैं।
उन्हें सम्मान और सुरक्षा की जरूरत है, न कि भेदभाव और अपमान की।
अगर सरकार इस पेशे को सही तरह से नियमित (Regulate) करे,
तो इससे न केवल अपराध घटेंगे, बल्कि
सेक्स वर्कर्स को भी स्वास्थ्य, टैक्स और सुरक्षा के अधिकार मिलेंगे।
🔍 निष्कर्ष (Conclusion)
भारत में सेक्स वर्क अपने आप में अपराध नहीं है,
लेकिन अगर इसमें दलाली, जबरदस्ती या नाबालिगों को शामिल किया गया,
तो यह कानूनन गंभीर अपराध है।
अगर कोई वयस्क व्यक्ति अपनी मर्ज़ी से सेक्स वर्क करता है,
तो उसे समाज में सम्मान और सुरक्षा मिलनी चाहिए।
कानून भी यही कहता है कि –
“सहमति से किया गया सेक्स वर्क अपराध नहीं है,
लेकिन शोषण, तस्करी और जबरदस्ती अपराध हैं।”
🧭 आगे की राह
भारत को जरूरत है एक साफ और मानवीय कानून की,
जो सेक्स वर्क को सम्मानजनक पेशे की तरह पहचान दे।
ताकि जो लोग इसमें काम करते हैं,
वे बिना डर, भेदभाव और हिंसा के अपनी जिंदगी जी सकें।
क्या आपको लगता है कि भारत में सेक्स वर्क को
कानूनी रूप से मान्यता दी जानी चाहिए?
अपनी राय नीचे कमेंट में ज़रूर बताएं 💬
